• biological behaviour • organismic behaviour | |
जैविक: biological family bioremediation organismal | |
व्यवहार: character behaviour usage treatment transaction | |
जैविक व्यवहार अंग्रेज़ी में
[ jaivik vyavahar ]
जैविक व्यवहार उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- जैविक व्यवहार की कुछ अभिव्यक्तियां यथार्थ है, पर सामाजिक व्यवहार की आवश्यकता भी एक यथार्थ ही है।
- मन के विकास के संदर्भों में, जैविक व्यवहार तथा सक्रियता को समझने में यह शुरूआती कदम है।
- बाकी जैविकता और जैवीय आवश्यकताओं तद्जनित जैविक व्यवहार की गोपनीयता पर खुलासे की हमारी कोई डिमांड नहीं है:)
- व्यक्तिगतता का सामाजिकता के साथ, जैविक व्यवहार का सचेतन व्यवहार के साथ, आदि-आदि हमेशा अन्योन्य द्वंद में होते हैं।
- इस समय के दौरान, पूर्व दुर्दम कोशिकाओं का जैविक व्यवहार धीरे धीरे सामान्य कोशिका से बदल कर कैंसर कोशिका का हो जाता है.
- सिस्टम जीव विज्ञान के लिए विभिन्न स्तरों पर जैविक सवालों को हल करने और जैविक व्यवहार, संरचना और विकास की मात्रात्मक विवरण के लिए आने के लिए एक शक्तिशाली दृष्टिकोण के रूप में पहचाना गया है.
- सिस्टम जीव विज्ञान के लिए विभिन्न स्तरों पर जैविक सवालों को हल करने और जैविक व्यवहार, संरचना और विकास की मात्रात्मक विवरण के लिए आने के लिए एक शक्तिशाली दृष्टिकोण के रूप में पहचाना गया है.
- ‘ वह अपने रिश्तों और उनकी पवित्रता को भी इन्हीं आदर्शों और जिम्मेदारियों के सापेक्ष ऊंचे स्तर पर रखने को मजबूर होता है ' …. यानि दमन होता हैं कहीं-न-कहीं। …. जैविक व्यवहार एक यथार्थ है और इससे इतर कोई भी छद्म सिद्धांत जो जाहिर है, धर्म में खूब है, आदमी को दिखावा करने वाले, घोर दमनकर्ता बनाते हैं।
- बाकी जैविकता और जैवीय आवश्यकताओं तद्जनित जैविक व्यवहार की गोपनीयता पर खुलासे की हमारी कोई डिमांड नहीं है:)और श्रीमान जी आप स्वयं को एकाध क्रश का प्रमाणपत्र देकर दोस्तों को भ्रमित क्यों कर रहे हैं!एकाध पर तो कोई चीज़ आसानी से क्रेश नहीं होती,सामान्यतः क्रेश के लिए एकाधिक को ही जिम्मेदार माना जाता है:)आप दोनों को बहुत बहुत शुभकामनाएं!प्रत्युत्तर देंहटाएंअमित श्रीवास्तव18 फरवरी 2012 11:51
- हमने जब इसी मूल्य-सापेक्ष व्यवहार के लिए ‘ मजबूर होता है ', वाक्यांश का प्रयोग किया तो इसका मतलब यही था कि हमारे व्यवहार की कसौटियां, हमारे द्वारा अपनाए गये जीवन मूल्य, हमें जैविक व्यवहार की सीमाओं से बाहर निकलने, अपने क्षुद्र स्वार्थों से ऊपर उठकर, सचेत रूप से मानवोचित व्यवहार करने के लिए निरंतर दबाब बनाते रहते हैं, मजबूर करते रहते हैं।